मक्का के भुट्टे खिलाने से बढ़ेगा बच्चे का वजन

कोयले की आग पर सेंके हुए भुट्टे और स्टीम किया हुआ स्वीट कॉर्न भला किसे अच्छा नहीं लगता। एक में सोंधी महक तो दूसरा मिठास से भरा हुआ।

मुट्ठी भर खाने से दिल-दिमाग और पेट को मिलते हैं फायदे, स्ट्रोक का रिस्क घटेगा

सूप, सलाद, पिज्जा या और दूसरे फूड, इन सबमें आपको स्वीट कॉर्न मिल जाएगा। इसके चिप्स और पॉपकॉर्न तो मिलते ही हैं, इससे स्वीटनर या ग्लूकोज सिरप भी तैयार होता है।

100 ग्राम स्वीट कॉर्न में भरपूर फाइबर

स्वीट कॉर्न में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जिनमें फाइबर महत्वपूर्ण है। कृषि वैज्ञानिक आरपीएस नायक बताते हैं कि 100 ग्राम स्वीट कॉर्न में 2.70 ग्राम फाइबर होता है। चूंकि फाइबर डाइजेशन के लिए जरूरी चीज है इसलिए इसे डाइट में शामिल करना चाहिए।

बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सुकन्या चक्रवर्ती बताती है कि स्वीट कॉर्न भुट्टे की ही एक ब्रीड है। इसे खाने से हमारा पाचन तंत्र बेहतर होता है। हमें इंस्टेंट एनर्जी मिलती है। नियमित रूप से इसे रोस्ट करके या स्टीम करके खाया जाए तो हृदय की बीमारिया और स्ट्रोक का रिस्क कम होता है।

प्रेग्नेंसी में खाने से मिलते हैं न्यूट्रिएंट्स

डाइटीशियन डॉ. विजयश्री प्रसाद बताती हैं कि स्वीट कॉर्न में फोलेट भी होता है जिसे हम विटामिन B-9. कहते हैं। यह हेल्दी रेड ब्लड सेल्स बनाने में मददगार होता है। इसे प्रेग्नेंसी के दौरान खाने से गर्भ में पल रहे। शिशु का विकास बेहतर होता है। हर दिन हमें 200 माइक्रोग्राम फोलेट की जरूरत होती है जबकि प्रेग्नेंसी में यह 300 से 400 तक पहुंच जाती है। कई बार फोलिक एसिड के फोर्टिफाइड फूड से जरूरत पूरी की जाती है। ऐसे में स्वीट कॉर्न खाना ज्यादा ठीक है क्योंकि 100 ग्राम स्वीट कॉर्न में 50 माइक्रोग्राम फोलेट मिल जाता है।

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